न्यूयॉर्क। मौसम बदल रहा है, ऐसे में सर्दी, खांसी, जुकाम, कफ और बुखार की समस्या होना आम बात है। थोड़ा घरेलू बचाव के तरीके अपना कर आप मौसम के असर से काफी हद तक बच सकते हैं। भारत सहित तमाम देशों में अदरक चाय और भोजन का स्वाद बढ़ाने, सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, कफ दूर करने में और पाचन तंत्र को सुदृढ़ करने में बहुतायत से इस्तेमाल की जाती रही है। इसके तमाम लाभ हैं। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है। ऑटोइम्यून बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए सूजन को नियंत्रित करने में अदरक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। जेसीआई इनसाइट जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार शोधकर्ताओं ने न्यूट्रोफिल श्वेत रक्त कोशिका के एक प्रकार पर अदरक के प्रभाव का अध्ययन किया। न्यूट्रोफिल एक्स्ट्रासेलुलर ट्रैप (एनईटी) यानी नेटोसिस गठन में शोधकर्ताओं की खास रुचि थी, सूजन को नियंत्रित करने के लिए इसका क्या अर्थ हो सकता है।
जानकारी दी गई है कि स्वस्थ व्यक्तियों के अदरक का सेवन उनके न्यूट्रोफिल को नेटोसिस के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाता है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि एनईटी सूक्ष्म मकड़ी के जाले जैसी संरचनाएं हैं, जो सूजन और थक्के को बढ़ाती हैं, जो ल्यूपस, एंटीफॉस्फोलिपिड सिंड्रोम और रुमेटीइड गठिया सहित कई ऑटोइम्यून बीमारियों में योगदान करती हैं।
अमेरिका के कोलोराडो स्कूल ऑफ मेडिसिन विश्वविद्यालय में मेडिसिन के एसोसिएट क्रिस्टन डेमोरुएल ने कहा, ऐसी बहुत सी बीमारियां हैं, जिनमें न्यूट्रोफिल असामान्य रूप से अति सक्रिय होते हैं। शोध में पाया गया कि अदरक नेटोसिस को रोकने में मदद कर सकता है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक प्राकृतिक पूरक है, जो कई अलग-अलग ऑटोइम्यून बीमारियों वाले लोगों के लिए सूजन और लक्षणों का इलाज करने में सहायक हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने क्लीनिकल टेस्ट के दौरान पाया कि हेल्थ वालंटियर्स द्वारा सात दिनों तक अदरक के पूरक के दैनिक सेवन (20 मिलीग्राम जिंजरोल्स) ने न्यूट्रोफिल के अंदर सीएएमपी नामक एक रसायन को बढ़ावा दिया। सीएएमपी के इन उच्च स्तरों ने विभिन्न रोग-संबंधी उत्तेजनाओं के जवाब में नेटोसिस को रोक दिया।
अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर, एमडी, पीएचडी, वरिष्ठ सह-लेखक, जेसन नाइट ने कहा, ष्हमारा शोध, पहली बार, जैविक तंत्र के लिए सबूत है जो लोगों में अदरक के स्पष्ट सूजन-रोधी गुणों को रेखांकित करता है। शोधकर्ताओं का उद्देश्य अदरक के लाभों के बारे में अधिक सबूत प्राप्त करना था जिसमें प्रत्यक्ष तंत्र भी शामिल है, जिससे अदरक न्यूट्रोफिल को प्रभावित करता है। यह शोध स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और मरीजों को इस बात पर चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा कि क्या उनके उपचार योजना के हिस्से के रूप में अदरक लेना फायदेमंद हो सकता है। उनका कहना है कि हमारा मानना है कि अदरक में उपचार कार्यक्रमों को पूरक करने की वास्तविक क्षमता हो सकती है। लक्ष्य लोगों के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद के मामले में अधिक रणनीतिक और वैयक्तिकृत होना है।
प्रस्तुति: एपी भारती (पत्रकार, संपादक पीपुल्स फ्रैंड, रुद्रपुर, उत्तराखंड)
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