नोबल न मिलने से निराश डोनाल्ड ट्रंप बोले, मैंने भारत पाकिस्तान सहित 8 युद्ध रुकवाए, मैं युद्ध सुलझाने में माहिर, पाक-अफगान युद्ध रुकवाऊंगा Disappointed at not receiving the Nobel, Donald Trump said, I stopped eight wars, including the one between India and Pakistan. I'm an expert at resolving conflicts. I will stop the Pak-Afghan war



वाशिंगटन। नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने से निराश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष समेत आठ युद्धों को सुलझाने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह नोबेल पुरस्कार के लिए नहीं किया। ट्रंप अब तक भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष समेत सात युद्धों को सुलझाने का दावा करते रहे हैं। अब उन्होंने इस्राइल-गाजा संघर्ष को जोड़कर यह संख्या आठ कर दी है। रविवार को अपने एयर फोर्स वन विमान में पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष को सुलझाने की योजना का भी संकेत दिया। उन्होंने कहा, यह मेरा आठवां युद्ध होगा जिसे मैंने सुलझाया है, और मैंने सुना है कि अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्ध चल रहा है। मैंने कहा, मुझे वापस आने तक इंतजार करना होगा। मैं एक और युद्ध रोक रहा हूं। क्योंकि मैं युद्ध सुलझाने में माहिर हूं। मैं शांति स्थापित करने में माहिर हूं।

मेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि उन्होंने इनमें से ज्यादातर युद्ध एक दिन के अंदर सुलझा लिए। ट्रंप ने कहा, हमने लाखों लोगों की जान बचाई, भारत और पाकिस्तान के बारे में सोचिए, उन युद्धों के बारे में सोचिए जो सालों से चल रहे थे। एक युद्ध 31 साल तक चला, एक 32 सालों तक चला, एक 37 सालों तक चला, जिसमें हर देश में लाखों लोग मारे गए, और मैंने इनमें से ज्यादातर युद्धों को एक दिन के अंदर ही सुलझा दिया।

ट्रंप ने कहा कि नोबेल समिति द्वारा घोषित पुरस्कार 2024 के लिए था, जबकि उन्होंने इन युद्धों का समाधान 2025 में किया। ट्रंप ने कहा, नोबेल समिति के प्रति पूरी ईमानदारी से कहूं तो यह 2024 के लिए था। इसे 2024 के लिए चुना गया था। उन्होंने कहा, मैंने यह नोबेल पुरस्कार के लिए नहीं, बल्कि जिंदगियां बचाने के लिए किया। गत 10 मई को, जब ट्रंप ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वाशिंगटन की मध्यस्थता में हुई बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं, तब से उन्होंने कई दर्जन बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रुकवाने में मदद की है।

भारत ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष को रोकने पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी। भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कथित तौर पर आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद 10 मई को संघर्ष समाप्त करने की खबर आई थी। सबसे पहले इस बात की जानकारी डोनाल्ड ट्रंप ने ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल के जरिये दी। उसके बाद भारत सरकार का आधिकारिक बयान आया। ट्रंप ने तब बताया था कि उन्होंने और उनके सहयोगियों से इसके लिए बीती रात काफी मेहनत की और दोनों देशों से भारी टैरिफ लगाने की धमकी देकर संघर्ष विराम पर सहमति बनवाई। भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी ट्रंप का नाम लेकर उनके दावे को खारिज अब तक नहीं किया है।

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