NEW DELHI. दिल्ली की जनता पिछले एक महीने से अधिक समय से बेहद मुश्किल में है। मुश्किल प्रदूषण को लेकर है। सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च करके और करोड़ों रुपये प्रचार-प्रसार पर खर्चा करके दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण करने के दावे किए। लेकिन वास्तव में हालत बदतर ही बनी रही। फर्जी तरीके से वायु गुणवत्ता सुधरने के दावे किए गए। लेकिन सरकारी एजेंसियों के विवरणों से भी सरकारी दावों की पोल खुलती रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में रविवार सुबह वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी रही और समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 391 दर्ज किया गया है। बोर्ड के समीर ऐप के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 24 निगरानी केंद्रों ने वायु गुणवत्ता को गंभीर श्रेणी में बताया है जबकि केंद्रों ने एक्यूआई 300 से अधिक दर्ज किया है जो कि वायु गुणवत्ता को बहुत खराब श्रेणी में दर्शाता है।
सीपीसीबी के मानकों अनुसार शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक 101 से 200 के बीच मध्यम 201 से 300 के बीच खराब 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत तापमान से 2.7 डिग्री अधिक है जबकि सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता 79 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार हल्की धुंध के साथ अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
प्रस्तुति: एपी भारती (पत्रकार, संपादक पीपुल्स फ्रैंड, रुद्रपुर, उत्तराखंड)
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